पंजाब: कृषि निदेशक करोड़ों के कीटनाशक घोटाले में गिरफ्तार
चंडीगढ़: पंजाब के कृषि निदेशक मंगल सिंह संधू को करोड़ों रुपये के नकली कीटनाशक खरीद घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है। नकली कीटनाशक कपास की खेती करने वाले किसानों को बेचे गए थे।
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंद्र मोहन सिंह भट्टी के नेतृत्व में बठिंडा और मोहाली से पंजाब पुलिस की एक टीम ने रविवार रात यहां सेक्टर-42 स्थित संधू के घर पर छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
संधू को राज्य सरकार ने 17 सितंबर को कृषि निदेशक के पद से हटा दिया था, लेकिन उन्होंने सरकार के इस कदम के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश ले लिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भट्टी ने संवाददाताओं को बताया कि संधू के घर से आयातित शराब की 53 बोतलें, 1,300 कनाडाई डॉलर, 1200 अमेरिकी डॉलर और चार लाख रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई है।
संधू पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। उन्हें बठिंडा ले जाया गया है, जहां उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
पंजाब सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कृषि विभाग ने टेंडर प्रक्रिया के बगैर ही 33 करोड़ रुपये के नकली और दोयम दर्जे के कीटनाशक खरीदे थे।
ये कीटनाशक दक्षिण-पश्चिमी पंजाब के मालवा इलाके के कपास उत्पादक किसानों में बांटे गए थे।
सरकारी एजेंसियों द्वारा कराए गए परीक्षण में कीटनाशकों के नमूने फेल हो गए थे।
राज्य में कपास की खेती करने वाले किसानों को फसलों पर सफेद कीट लगने से लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एक अक्टूबर को इस करोड़ों रुपये के कीटनाशक घोटाले की जांच सतर्कता विभाग से कराने के आदेश दिए थे।
बादल ने सोमवार को सफेद कीट से प्रभावित किसानों को 600 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। सफेद कीटों के हमले से इलाके में कपास की करीब 60 फीसदी फसल खराब हो गई है।
पूर्व में विपक्षी दल कांग्रेस ने कीटनाशक घोटाले की न्यायिक जांच और कृषि मंत्री से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने की मांग की थी।
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