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कमल शर्मा की मुसीबत और बढ़ी, एक और करीबी नेता पर शिकंजा

पंजाब भाजपा के अध्यक्ष कमल शर्मा की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। अब तलवंडी भाई के भाजपा मेडिकल सेल के उपप्रधान लखबीर सिंह लक्खा के खिलाफ नशे की तस्करी का मामला सामने आया है।

यह एफआइआर 8 जून को फिरोजपुर पुलिस ने दर्ज की थी, लेकिन तब यह मामला दबा लिया गया था। चूंकि इस समय गड़े मुर्दे उखड़ रहे हैं, ऐसे में इस एफआइआर सहित कमल शर्मा से जुड़ी सभी तरह की फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। इसके पहले कमल शर्मा के दो जिला प्रधान, एक देहाती प्रधान और दो सर्किल प्रधान भी नशा तस्करी के मामले से घिर चुके हैं।

भाजपा के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू कहते हैं कि कमल शर्मा तो नशे के कीचड़ में खिल रहे थे। इसके तहत जिम्मी संधू (उनके निजी सचिव) को जिला भाजपा युवा मोर्चा का प्रधान बनाया गया और अरविंदर सिंह छीना उर्फ पोथी को ओएसडी का पद दिलाया गया।

उनका कहना है कि पूर्व भाजपा जिला प्रधान जुगराज सिंह कटोरा जिस तरह नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले में सुर्खियों में है, उससे यह बात साफ जाहिर हो रही है कि कमल शर्मा भले ही इन सभी के साथ मिले हुए नहीं थे, लेकिन आशीर्वाद इन सभी के सिर पर उनका था। ऐसे में कमल शर्मा को इस्तीफा दे देना चाहिए।

लखबीर सिंह लक्खा को यह पद फिरोजपुर भाजपा प्रभारी मोहन लाल सेठी ने कमल शर्मा के हाथों दिलवाया था। लेकिन लक्खा पद का दुरुपयोग नशीले पदार्थ की तस्करी के लिए करता रहा। उसने अपनी कार के आगे बड़े-बड़े अक्षरों में भाजपा उपप्रधान लिखा हुआ था।

उधर, पंजाब भाजपा प्रधान कमल शर्मा मानते हैं कि उनसे लोगों को पहचानने में गलती हुई, लेकिन ऐसी कोई गलती बतौर पंजाब प्रधान उन्होंने नहीं की है कि उन्हें इस्तीफा देना पड़े।

कमल शर्मा इस्तीफ देंगे या नहीं इस पर भी लग रही शर्तें

पंजाब भाजपा प्रधान कमल शर्मा इस्तीफा देंगे या नहीं, इस पर कम से कम फिरोजपुर में लोगों ने शर्तें लगानी शुरू कर दी हैं। इसमें हार-जीत का फैसला कुछ भी हो, लेकिन देश की राजनीति में फिरोजपुर फोकस हो रहा है। दूसरी तरफ] फिरोजपुर में कमल शर्मा के इस्तीफे को लेकर भाजपा का एक गुट धरना-प्रदर्शन कर रहा है। कांग्रेस इसी मुद्दे पर विधानसभा का घेराव करने की रणनीति तैयार कर रही है।

राजनीति गरम, पुलिस शांत

नशा तस्करी व अवैध हथियारों के कारोबार में संलिप्त जहां पंजाब भाजपा प्रधान कमल शर्मा के नजदीकियों पर शहर में राजनीति गर्म है, वहीं दूसरी तरफ फिरोजपुर पुलिस शांत बैठी है। 5 अगस्त को दर्ज मामले में अभी तक पूर्व जिला भाजपा प्रधान जुगराज सिंह कटोरा को गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं कमल शर्मा के ओएसडी अरविंदर सिंह छीना उर्फ पोथी भी पुलिस के साथ आंख-मिचौली खेल रहे हैं।

जांच अधिकारी एसपी (डी) अमरजीत सिंह संधू चुप हैं। अपने ही विभाग के डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों की गिरफ्तारी को लेकर भी पुलिस बात करने से कतरा रही है। पता चला है कि पोथी शहर में घूम रहा है। उसने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी है। इस पर अदालत ने 7 सितंबर को पुलिस से जवाब तलब किया है।

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