प्रधानमंत्री मुद्रा योजना बड़े आर्थिक परिवर्तन का केंद्रबिंदु बनेगी: रमन सिंह
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना देश में बड़े आर्थिक बदलाव का केंद्रबिंदु बनेगी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर इंडोर स्टेडियम में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत मेगा क्रेडिट कैम्प का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के छोटे व्यवसायियों के लिए शुरू की गई अब तक की सबसे क्रांतिकारी योजना है।
इस योजना के माध्यम से देश के लगभग छह करोड़ परिवारों को उनके व्यवसाय के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इससे देश की 30 करोड़ आबादी सीधे लाभान्वित होगी। यह देश की कुल आबादी का करीब एक चौथाई है।
मेगा कैम्प में रायपुर जिले के लगभग छह हजार 735 परिवारों को करीब नौ करोड़ तीन लाख रुपये का ऋण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कैम्प में प्रतीक स्वरूप अनेक हितग्राहियों को ऋण राशि के चेक वितरित किए।
कृषि एवं जलसंसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल, विधायक श्रीचंद सुंदरानी और नवीन मार्कण्डेय, छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष छगन मूंदड़ा, नगर निगम रायपुर के सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष शारदा वर्मा और अपर मुख्य सचिव अजय सिंह विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “देश के महान दार्शनिक और प्रखर चिंतक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से हम छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत मेगा क्रेडिट कैम्प की शुरुआत कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (2 अक्टूबर) तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में चलने वाले इन कैम्पों में छत्तीसगढ़ के ऐसे हजारों परिवारों को बिना गारंटी के बैंकों से ऋण सुविधा मिलेगी, जो बैंकों में दरवाजे तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे।
डॉ. सिंह ने कहा कि छोटे व्यवसायियों को अपने खोमचे, ठेले, फल, सब्जी की छोटी-छोटी दुकानें चलाने के लिए प्राइवेट सेक्टर से कर्ज लेना पड़ता था, जिसे वापस करने में उनका जीवन बीत जाता था। गैर कृषि क्षेत्र के ऐसे छोटे व्यवसायियों को इस योजना में अब आसानी से कम ब्याज दर पर 50 हजार रुपये से दस लाख रुपये तक का ऋण मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि आगामी छह माह में छत्तीसगढ़ के तीन लाख साठ हजार परिवारों को एक हजार 307 करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह छत्तीसगढ़ के 18 लाख लोग सीधे इस योजना से जुड़ जाएंगे। जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों को आसानी से ऋण मिलेगा तो इसका सीधा असर हमारे देश और प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद ( जीडीपी) पर पड़ेगा और हमारे देश की जीडीपी डबल डिजिट में हो जाएगी। इससे हमारा विकास दर चीन से भी आगे हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय दर्शन दिया। वे चाहते थे कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे और विकास में उनकी भागीदारी हो। गरीब लोगों को छोटे-छोटे व्यवसाय से जोड़ना उनका आदर्श वाक्य था। उनकी जयंती पर आज हम ऋण वितरण का शुभांरभ कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ हमेशा आगे रहा है। सभी बैंकर्स के सहयोग से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में भी छत्तीसगढ़ आगे रहेगा।
डॉ. सिंह ने जनप्रतिनिधियों से भी अपील की कि वे अपने वार्ड, मोहल्ले के जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ दिलाएं। योजना से गरीब परिवारों के लाखों युवाओं को आर्थिक स्वावलंबन की रोशनी मिलेगी।
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज देश का इतिहास करवट बदल रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से गरीबों को ऋण देने के अभियान की शुरुआत हो रही है। इससे छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों के जीवन में खुशहाली आएगी। उन्होंने परिवार के युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में इस योजना का लाभ दिलाने का आह्वान किया।
लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि छोटे व्यवसायियों की आर्थिक बेहतरी के लिए प्रधानमंत्री ने एक नई शुरुआत की है। इस योजना से गरीबों को छोटे व्यवसायों के लिए निजी क्षेत्र से कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मुख्यमंत्री के सचिव सुबोध सिंह ने कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनसे कृषि कार्य के लिए आसानी से ऋण मिल जाता है। छोटे व्यवसायियों को इस योजना के माध्यम से अब आसानी से ऋण मिल सकेगा।
रायपुर के कलेक्टर रामसिंह ठाकुर ने योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी, योजना के हितग्राही और बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मेगा क्रेडिट कैम्प का अवलोकन भी किया।
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