राम मंदिर निर्माण की बाधा दूर करे केंद्र
नंई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बुधवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह अयोध्या में मुख्य स्थान पर भगवान राम का मंदिर निर्माण सुनिश्चित कराने के रास्ते की सभी बाधाएं एक साल के भीतर दूर करे।
विहिप ने यह मांग भी की कि राम मंदिर के निर्माण का जायज अधिकार राम जन्मभूमि न्यास का दिया जाना चाहिए।
विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल ने यहां एक संवददाता सम्मेलन में कहा, “सरकार एक वर्ष में बाधाएं दूर करने के बाद राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू करे।”
उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी राम जन्मभूमि न्यास को दी जानी चाहिए, क्योंकि इसने तीन लाख पत्थर पहले से तैयार कर रखे हैं और उसे संतों का समर्थन प्राप्त है।”
सिंघल ने यह भी कहा कि सरकार मस्जिद निर्माण के लिए कोई दूसरा स्थान पेश करे।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक फैसले में कहा है कि मंदिर के बगल में एक मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है। लेकिन मामले के दोनों पक्षों ने उसके बाद सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिकाएं दायर की, जहां मामला अभी लंबित है।
भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कानूनी रूप से राम मंदिर निर्माण में कोई बाधा नहीं है और इसलिए सरकार को प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
उन्होंने भाजपा नेतृत्व से आग्रह किया कि उसे लोकसभा चुनाव के दौरान इस संदर्भ में किए गए वादे पूरे करने चाहिए।
विहिप ने नौ-10 जनवरी को इस मुद्दे के समाधान पर चर्चा के लिए हिंदू संगठनों और संतों की एक राष्ट्रीय संगोष्ठी बुलाई है।
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