कला / संस्कृति
-
न मंत्र, न पुरोहित, ना ही पाखंडः सौर उपासकों का मुख्य पर्व है छठ
प्रियदर्शी रंजन सनातन के शाक्त, शैव, गाणपत्य, वैष्णव तथा सौर नामक पांच पन्थोपासकों में से सौर यानी सूर्य के उपासकों…
Read More » -
भारत और मिस्र के सम्बंधों में दोनों देशों के लोगों की अहम भूमिकाः मिस्र के राजदूत वाएल हमीद
नई दिल्ली। भारत और मिस्र के बीच राजनयिक सम्बंधों के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय…
Read More » -
तालबंदी के सुरों और रवाब के झंकार से सजी एक शाम
राजीव रंजन नई दिल्ली।इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के “कला दर्शन” विभाग के स्थापना दिवस पर केंद्र का ऑडिटोरियम “समवेत”…
Read More » -
फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से जनजातीय जीवन और संस्कृति की झलक
राजीव रंजन भारतीय संस्कृति और इतिहास में जनजातीय समुदायों का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान है। यही नहीं, भारत के स्वतंत्रता संग्राम…
Read More » -
आईजीएनसीए का सातवां “दीक्षा: गुरु शिष्य परम्परा” महोत्सव सोनल मानसिंह को समर्पित
राजीव रंजन भारत प्राचीन काल से समृद्ध संस्कृति, कला और परम्परा का देश रहा है। इन अनूठी परम्पराओं में से…
Read More » -
आईजीएनसीए और डॉ. सोनल मानसिंह ने किया स्वच्छता दूतों का सम्मान
राजीव रंजनप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि स्वच्छता जीवन के सबसे महत्त्वपूर्ण आयामों में से एक है। यही…
Read More » -
शस्त्र और शास्त्र का अद्भुत समन्वय भगवान परशुराम
रमेश शर्मा भगवान् परशुराम जी का अवतार सबसे प्रचंड और व्यापक रहा है। यह प्रचंडता तप और साधना में भी…
Read More » -
नवसंवत्सर: साधना संकल्प और सृष्टि से समन्वय का दिन
रमेश शर्मा 2 अप्रैल, नवसंवत्सर का दिन, अर्थात नये संवत् वर्ष का प्रथम दिन है। 2 अप्रैल से विक्रम संवत्…
Read More »